फनि पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ फण] १. दे॰ 'फणी' । उ॰—स्वाति बूँद बरसै फनि ऊपर सीस विषै होई जाई । वही बूँद कै मोती निपजै संगत की अधिकाई ।—रैदास बानी, पृ॰ ७२ । २. दे॰ 'फण' ।