प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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फटा ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. साँप का फन ।

२. घमंड । शेखी । गरूर ।

३. दाँत (को॰) ।

४. छल । धोखा ।

फटा ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ फटना] छिद्र । छेद । दरार । मुहा॰—किसी के फटे में पाँव देना=झगड़े के बीच में पड़ना । दूसरे की आपत्ति को अपने ऊपर लेना ।

फटा ^३ वि॰

१. फटा हुआ । जो फट गया हो ।

२. बेकार का ।