फजिहतिताई पु संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ फजीहति + ताई (प्रत्य॰)] फजीहत होने का भाव । अप्रतिष्ठा । बेइज्जती । उ॰—काके ढिग जाई काहि कबित सुनाई भाई अब कबिताई रही फजिहतिताई है ।—कविता कौ॰, भा॰ १, पृ॰ ३९१ ।