फक्कर † संज्ञा पुं॰ [अ॰ फिक, हि॰ फिकर] दे॰ 'फिक्र' । उ॰— पर इसकी क्या चिंता फक्कर तो होना ही था, जप न हो सकी ।—श्यामा॰, पृ॰ १११ ।