फकोफाका संज्ञा पुं॰ [अ॰ फक व फाकह्] निर्धनता और भूख । गरीबी और उपवास । उ॰— कहाँ तक में अब फक्रोफाका सहूँ, नहीं मुज मे बर्दाश्त ता चुप रहूँ ।—दक्खिनी॰, पृ॰ २११ ।