फकड़ी संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ फक्कड़ + ई (प्रत्य॰)] दुर्दशा । दुर्गति । उ॰—खूबो में अगर जावै तो होती यह फकड़ी । खैचे है कोई हाथ कोई छोने है लकड़ी ।—नजीर (शब्द॰) ।