प्रोढ ^१ वि॰ [सं॰] दे॰ 'प्रौढ़' [को॰] ।
प्रोढ † ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रोढ या देश॰] एक प्रकार का डिंगल गीत । इसे सोरठिया भी कहते हैं । उ॰—विषम वले सम विषम बले सम पद चहुँ द्बालों पूणजै, सूध अखरोट मंछ सरसावै गीत प्रोढ सो गुराजौ ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ ८२ ।