प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रासुक पु वि॰ [सं॰ प्रांशु या प्राशु]

१. प्रचुर । अधिक । विशेष ।

२. शीघ्रतापूर्वक । चटपट । उ॰— वाकी हाट उधार करि लेहि कचौरी सेर । यह प्रासुक भोजन करहिं नित उठि साँझ सबेर ।—अर्ध॰, पृ॰ ३१ ।