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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्रापत पु वि॰ [सं॰ प्राप्त] दे॰ 'प्राप्त—१' । उ॰—कौनहु भाँत जोग करि कोई । तुव पद पंकज प्रापत होई । —नंद॰ ग्रं, पृ॰,२२९ ।