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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्राक्तन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह कर्म जो पहले किया जा चुका हो और आगे जिसका शुभ और अशुभ फल भोगना पड़े । भाग्य । प्रारब्ध ।

प्राक्तन ^२ वि॰ प्राचीन । पुराना । पहले का ।