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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्रस्रव संज्ञा पुं॰ [सं॰] चूना । टपकना ।

२. प्रवाह । धारा ।

३. स्तनों से बहता हुआ दूध ।

४. मूत्र ।

५. पकते हुए चावल का बलकर बहनेवाला माँड़ ।

६. छलकते वा गिरते हुए आँसू [को॰] ।