प्रस्तरयुग संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रस्तर + युग] ऐतिहासिक क्रम में वह समय जब मानव ने पत्थरों के औजार तथा अन्य सामान बनाकर उनका उपयोग करना सीखा था । उ॰—उन युग- स्थितियों का आज द्दश्यपट परिवर्तित । प्रस्तरयुग की सभ्यता हो रही अब अवसित ।—ग्राम्या, पृ॰ ९० ।