प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

प्रष्टि ^१ संज्ञा पुं॰ [ सं॰ ]

१. वह घोडा या बैल जो तीन घोडों के रथ या तीन बैलों की गाडी में आगे जोता जाता है ।

२. दाहिनी ओर का घोडा या बैल ।

३. तिपाई ।

प्रष्टि ^२ वि॰ पास खडा हुआ । पास का । पार्श्वस्थ ।