प्रवृद्ध
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनप्रवृद्ध ^१ वि॰ [सं॰]
१. वृद्धियुक्त । खूब बढा़ हुआ ।
२. प्रौढ । खूब पक्का ।
३. विस्तृत । खूब फैला हुआ । विशाल ।
४. उग्र । घमंडी । गर्विष्ठ (को॰) ।
प्रवृद्ध ^२ संज्ञा पुं॰
१. तलवार के ३२ हाथों में से एक जिसे प्रसृत भी कहते हैं । इनमें तलवार की नोक से शत्रु का शरीर छू भर जाता है ।
२. अयोध्या के राजा रघु का एक पुत्र जो गुरु के शाप से १२ वर्ष के लिये राक्षस हो गया था ।