प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

प्रवृति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. प्राचीर । घेरा ।

२. मल जो अत्मा की दृक् और दृकशक्ति को आच्छादित करता है । (जैन) ।

३. आड़ । रोक ।