प्रविष्ट वि॰ [सं॰] घुसा हुआ । पैठा हुआ । भीतर पहुँचा हुआ । उ॰—प्रिय, प्रविष्ट हो, द्वार मुक्त है, मिलन योग तो नित्य युक्त है ।—साकेत, पृ॰ ३११ ।