प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रवाद संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. परस्पर वाक्य । बातचीत ।

२. कहना । बोलना । व्यक्त करना (को॰) ।

३. चुनौती । ललकार (को॰) ।

४. वह बात जो लोगों के बीच फैली हुई हो पर जिसके ठीक होने का निश्चय न हो । जनश्रुति । जनरव ।

५. झूठी बदनामी । अपवाद ।