प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रवर्तक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. किसी काम को चलानेवाला । संचालक । कोई बात ठानने या उठानेवाला ।

२. आरंभ करनेवाला । चलानेवाला । अनुष्ठान या प्रचार करनेवाला । जारी करनेवाला । जैसे, मतप्रवर्तक, धर्मप्रवर्तक । उ॰—किसी उक्ति की तह में उसके प्रवर्तक के रूप में यदि कोई भाव या मार्मिक अंतर्वृत्ति छिपी है तो काव्य की समरसता पाई जायगी ।— रस॰, पृ॰ ३६ ।

३. काम में लगानेवाला । प्रवृत्त करेनेवाला । प्रेरित करनेवाला ।

४. उभारनेवाला । उकसानेवाला ।

५. गति देनेवाला ।

६. निकालनेवाला । ईजाद करनेवाला ।

७. नाटक में प्रस्तावना का वह भेद जिसमें सूत्रधार वर्तमान समय का वर्णन करता हो और उसी का संबंध लिए पात्र का प्रवेश हो ।

८. न्याय करनेवाला । विचार करनेवाला । पंच ।