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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्रमृत ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मरण । मृत्यु ।

२. मनु के अनुसार हल जोतकर जीविका करने का काम । कृषि । विशेष—हल चलने में मिट्टी में रहनेवाले बहुत से जीव मर जाते हैं इससे उसे मृत कहते हैं ।

प्रमृत ^२ वि॰

१. दृष्टि की सीमा से दूर । ओझल ।

२. मरा हुआ । मृत । निष्प्राण ।

३. ढँका हुआ । आवृत [को॰] ।