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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्रभव संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. उत्पत्ति का कारण । उत्पत्तिहेतु ।

२. उत्पत्तिस्थान । आकर ।

३. जन्म । उत्पत्ति ।

४. सृष्टि । संसार ।

५. जल का निर्गम स्थान । वहाँ स्थान जहाँ से कोई नदि आदि निकले । उदगम ।

६. प्रभाव । पराक्रम ।

७. साठ संवत्सरों में एक संवत्सर । इस संवत्सर में वृष्टि अधिक होती है और प्रजा निरोग और सुखी रहती है ।

८. विष्णु का एक नाम (को॰) । मूल (को॰) ।

१०. ऋद्धि । सौभाग्य । उदय । अभ्युदय (को॰) ।