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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्रपत्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] अनन्य शरणागत होने की भावना । अनन्य भक्ति । उ॰—वैष्णव ग्रंथन सकल पढ़ायो । पुनि प्रपत्ति को धर्म सुनायो ।—रघुराज (शब्द॰) ।