प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रदीपक संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ प्रदीपिका]

१. प्रकाशक । प्रकाश में लानेवाला । प्रकाशित करनेवाला ।

२. उद्दीप्त करनेवाला । उकसानेवाला (को॰) ।

३. नौ प्रकार के विषों में से एक प्रकार का भयंकर स्थावर विष जिसके सूँघने मात्र से मनुष्य मर जाता है । विशेष— यह विष के एक पौधे की जड़ है जिसके पत्ते खजूर के से होते हैं और जो समुद्र के किनारे बहुतायत से पैदा होता है । इसे प्रदीपन भी कहते हैं ।