प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रतोली संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. वह चौड़ा रास्ता जो नगर के मध्य से होकर निकला हो । चौड़ी सडक । शाहराह । राजपथ ।

२. वीथी । गली । कूचा ।

३. दुर्ग का वह द्वार जो नगर की और हो ।

४. फोड़ों आदि पर पट्टी बाँधने का एक ढंग । इस ढंग की पट्टी ढोड़ी आदि पर बाँधी जाती है ।

५. इस ढंग से बाँधी हुई पट्टी ।

६. किले के नीचे होकर जानेवाला रास्ता ।