प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रणव संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. ओंकार । ब्रह्मबीज । ओंकार मंत्र ।

२. त्रिदेव (ब्रह्मां, विष्णु, महेश) ।

३. परमेश्वर ।

४. एक प्रकार का मृदंग, पटह या ढोल (को॰) ।