प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रजा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. संतान । औलाद ।

२. वह जनसमूह जो किसी एक राजा के अधीन या एक राज्य के अंतर्गत रहता हो ।

३. राज्य के निवासी । रिआया । रैयत ।

४. प्रजनन । उत्पत्ति । उत्पादन (को॰) ।

५. शुक्र । वीर्य (को॰) ।

६. प्राणधारी । प्राण । जीव (को॰) ।

७. भारतीय गाँवों में छोटी जातियों के वे लोग जो बिना वेतन पाए ही काम करते हैं । विशेष—ऐसे लोगों को कभी किसी उत्सव पर अथवा ब्याह आदि में कुछ पुरस्कार दे दिया जाता है । नाऊ, बारी, भाट, नट, लोहार, कुम्हार, चमार, धोबी इत्यादि की गिनती 'प्रजा' में होती है ।