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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

प्रकोप संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. बहुत अधिक कोप ।

२. क्षोभ ।

३. चचलता ।

४. किसी रोग की प्रबलता । बीमारी का अधिक और तेज होना । जैसे,—आजकल शहर में हैजे का बहुत प्रकोप है ।

५. शरीर के वात, पित्त आदि का किसी कारण से बिगड़ जाना जिससे रोग उत्पन्न होता है । जैसे,— उनको पित्त के प्रकोप के कारण ज्वर हुआ है ।

६. आक्र- मण । हमला (को॰) ।

७. विद्रोह ।