पूत
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनपूत ^१ वि॰ [सं॰]
१. पवित्र । शुद्ध । शुचि ।
२. निस्तुषित । साफ किया हुआ । कूट पछोरकर साफ किया हुआ (को॰) ।
३. निर्मित । रचित । आविष्कृत (को॰) ।
४. दुर्गंधयुक्त (को॰) ।
५. कृत प्रायश्चित । प्रायश्चित्त किया हुआ (को॰) ।
पूत ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. सत्य ।
२. शंख ।
३. सफेद कुश ।
४. पलास ।
५. तिल का पेड़ ।
६. वह अन्न जिसकी भूसी निकाल दी गई हो ।
७. जलाशय ।
८. विककत का वृक्ष (राज- निघंटु) ।
पूत ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पुत्र, प्रा॰ पुत्त] बेटा । लड़का । पुत्र । उ॰— पूत परम प्रिय तुम्ह सबही के ।—मानस, २ । ५६ ।
पूत ^४ संज्ञा पुं॰ [देश॰] चूल्हे के दोनों किनारों और बीच के वे नुकीले उभार जिनके सहारे पर तवा या और बरतन रखते हैं ।