देवों के पुरंदर

प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पुरंदर संज्ञा पुं॰ [सं॰ पुरन्दर]

१. पुर, नगर या घर को तोड़ने वाला ।

२. इंद्र (जिन्होंने शत्रु का नगर तोड़ा था) ।

३. (घर को फोड़नेवाला) चोर ।

४. चविका । चव्य । चई ।

५. मिर्च ।

६. ज्येष्ठा नक्षत्र ।

७. शिव का एक नाम (को॰) ।

८. अग्नि (को॰) ।

९. विष्णु । यौ॰—पुरंदरक्ष्माधर = महेंद्र पर्वत का नाम ।