पुनरुक्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] एक बार कही हुई बात को फिर कहना । कहे हुए वचन को फिर लाना । विशेष—साहित्य की दृष्टि से रचना का यह एक दोष माना जाता है ।