प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पुनः अव्य॰ [सं॰ पुनर, पुनः]

१. फिर । दोबारा । दूसरी बार ।

२. उपरांत । पीछे । अनंतर । विशेष—संस्कृत व्याकरण के अनुसार विभिन्न वर्णों का योग होने पर यह पुनः पुनर् और पुनश् आदि रूपों में परिवर्तित होता है ।