पीछा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनपीछा संज्ञा पुं॰ [सं॰ पश्चात्, प्रा॰ पच्छा]
१. किसी व्यक्ति या वस्तु का वह भाग जो सामने की विरुद्ध दिशा में हो । किसी व्यक्ति या वस्तु के पीछे की ओर का भाग । पश्चात्- भाग । पुश्त । 'आगा' का उलटा । जैसे,— (क) इस इमारत का आगा जितना अच्छा बना है उतना अच्छा पीछा नहीं बना है । (ख)त इस अँगरखे का पीछा ठीक नहीं है । मुहा॰— पीछा दिखाना = (१) भागना । हारकर घर का रास्ता लेना । पीठ दिखाना । जैसे,— कुल दो ही घंटे की लड़ाई के बाद शत्रु ने पीछा दिखाया । (२) दे॰ 'पीछा देना' । पीछा देना = किसी काम में पहले साथ देकर फिर किनारा करना । पीछे जाना । मौके पर हट जाना या धोखा देना । पहले भरोसा दिलाकर पीछे सहायता न देना । पीछा भारी होना = (१) पीछे की ओर शत्रु का होना । पीछे की ओर से भय या खतरा होना । (२) कुमुक आ जाने से सेना का पश्चात् भाग सबल हो जाना ।
२. किसी घटना का पश्चातवर्ती काल । किसी घटना के बाद का समय । जैसे,— (क) ब्याह का पीछा है, इसी से हाथ इतना तंग है । (ख) इतने बडे़ रईस (की मृत्यु) का पीछा है, हजारों रुपए लग जाएँगे ।
३. पीछे पीछे चलकर किसी के साथ लगे रहने का भाव । जैसे,— (क) बडे़ का पीछा है, कुछ न कुछ दे ही जायगा । (ख) चार साल तक इस साधु का पीछा किया पर इसने कुछ भी न बताया । मुहा॰— पीछा करना = (१) किसी के पीछे पीछे जाना या फिरा करना । हर समय किसी के साथ या समीप बना रहना । कोई काम निकालने के लिये या किसी आशा से किसी के साथ लगे रहना । (२) अनिच्छुक व्यक्ति से कोई काम कराने के लिये अत्यंत आग्रह करते रहना । किसी बात के लिये किसी को तंग या दिक करना । गले पड़ना । जैसे,— अब तो तुम इस काम के लिये मेरा पीछा न करते तो मैं तुम्हारा बड़ा उपकार मानता । (३) किसी को पकड़ने, मारने या भगाने आदि के लिये उसके पीछे पीछे चलना । खदेड़ना । पीछा छुड़ाना = (१) पीछा करनेवाले से छुटकारा प्राप्त करना । किसी बात के आग्रह से, तंग या दुःखी करनेवाले से अपने आपको दूर कर लेना । गले पडे़ हुए व्यक्ति से जान छुड़ाना । जैसे,— बड़ी कठिनाई से इस आदमी से पीछा छुड़ाया है । (२) अप्रिय या इच्छाविरुद्ध संबंध का अंत करना । दुःखदायी संबंध से छुटकारा प्राप्त करना । दुःखद प्रतीत होनेवाले कार्य को समाप्त कर सकना या कर लेना । जैसे,— किसी आशंका से पीछा छुड़ाना, किसी काम से पीछा छुड़ाना । पीछा छूटना = (१) पीछा करनेवाले से छुटकारा मिलना । अप्रिय साथ का कष्ट दूर होना । गले पडे़ हुए का साथ छूटना । पिंड छूटना । जान छूटना । (२) अप्रिय कार्य या संबंध से छुटकारा मिलना । दुःखद वस्तु का अंत या समाप्ति होता । रिहाई मिलना । पीछा छोड़ना = (१) पीछा करने का काम बंद करना । किसी आशा या प्रयोजन से किसी के साथ फिरना बंद करना । सहारा छोड़ना । (२) किसी बात के लिये किसी से अत्यंत आग्रह करना बंद करना । जान खाना छोड़ना । तंग करना बंद करना । (३) जिस बात में बहुत देर से लगे हों उसे छोड़ देना । पीछा पकड़ना = किसी आशा से किसी का समीपवर्ती, दरबारी या साथी बनना । आश्रय का आकांक्षी बनना । सहारा बनना । जैसे, किसी रईस का पीछा पकड़ना ।