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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

पिप्पलाद ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. एक ऋषि जो अथर्ववेद की एक शाखा के प्रवर्तक थे और जिनका नाम पुराणों में आया है ।

पिप्पलाद ^२ वि॰ [सं॰]

१. पीपल का गोदा खानेवाला ।

२. ऐंद्रिक भोगों में लीन । विषय भोग में आसक्त [को॰] ।