पासी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनपासी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पाशिन्, पाशी]
१. जाल या फंदा डालकर चिड़िया पकड़नेवाला ।
२. एक नीच और अस्पृश्य मिनी जानेवाली जाति जो मयुरा से पुरब की ओर पाई जाती है । विशेष—इस जाति के लोग सुअर पालते तथा कहीं कहीं ताड़ पर से ताड़ी निकालने का काम करते हैं । प्राचीन काल में इनके पुर्वज प्राणदंड पाए हुए अपराधियों के गले में फाँसी का फंदा लगाते थे इसी से यह नाम पड़ा ।
पासी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पाश, हिं॰ पास + ई (प्रत्य॰)]
१. फंदा । फाँस । पाश । फाँसी ।
२. घास बाँधने की जाली ।
३. घोड़े के पैर बाँधने की रस्सी । पिछाड़ी ।