पायल

हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

पायल संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ पाय+ ल (प्रत्य॰)]

१. पैर में पहनने का स्त्रियों का एक गहना जिसकमें घुँघरू लगे होते हैं । नूपुक । पाजेब । उ॰—बजनी पँजनी पायलों मनभजनी पुर बाम । रजनी नींद न परति है सजनी बिन धनस्याम ।—स॰ सप्तक, पृ॰ २३७ ।

२. तेज चलनेवाली हथिनी ।

३. वह बच्चा जन्म के समय जिसके पैर पहले बाहर हों ।

४. बाँस की सीढ़ी ।