प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पाबंदी संज्ञा स्त्री॰ [फा॰]

१. पाबंद होने का भाव । बद्धता । अधीनता । उ॰—सरकारी उच्च पदों से हिंदू वंचित थे । उनके सामाजिक कार्यों पर पाबंदियाँ थीं ।—अकबरी॰, पृ॰ १२ ।

२. मजबूरी । लाचारी ।

३. किसी वस्तु के अधीन हाकर काम करने का भाव । नियमित रूप से किसी बात का अनुसरण । नियम, प्रतिज्ञा, आदेश, विधि आदि का पालन । जैसे,—वे सदा अपने वादों की पाबंदी करते हैं ।

४. कोई विशेष कार्य करने की बाध्यता या लाचारी । किसी वस्तु के अनुसरम की आवश्यकता । किसी कार्य का अवश्य- कर्तव्य या फर्ज होना । जैस,—आपकी सभी आज्ञाओं की मुझपर कोई पाबंदी नहीं है ।