प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पापा ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] बुध की उस समय की गति जब वह हस्त, अनुराधा अथवा ज्येष्ठा नक्षत्र में रहता है । पापख्या ।

पापा ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक छोटा कीड़ा जो ज्वार, बाजरे आदि की फसल में प्रायः उस वर्ष लग जाता है जिस वर्ष बरसात अधिक होती है ।

पापा ^३ संज्ञा पुं॰ [अनु॰]

१. बच्चों की एक स्वाभाविक बोली या शब्द जिससे वे बाप को संबोधित करते हैं । बाबू । पिता के लिये संबोधन । उ॰—पापा ! अम छैर कन्ने जा रहे हैं ।—भस्मावृत॰, पृ॰ १७ । विशेष—इस समय प्रायः युरोपियनों ही के बच्चे इस शब्द का प्रयोग करते हैं ।

२. प्राचीन काल में बिशप पादरियों और वर्तमान में केव ल यूनानी पादरियों के एक विशेष वर्ग की सम्मानसूचक उपाधि ।