पाटल

प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पाटल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पाड़र या पाडर का पेड़ जिसके पत्ते बेल के समान होते हैं । उ॰—भौर रहे भननाय पुहप पाटल के महकत । —ब्रज॰ ग्र॰, पृ॰ १०१ । विशेष—लाल और सफेद फुलों के भेद से यह दो प्रकार का होता है । वैद्यक में इसे उष्ण, कषाय, स्वादिष्ट तथा अरुचि, सूजन, रुधिरविका, श्वास और तृष्णा आदिको दुर करनेवाला माना है । पर्या॰—पाटला । कर्बुरा । अमोघा । फलेरुहा । अंथुवासिनी । कृष्णावृंता । कालवृंता । कुंभी । ताम्रपुष्पी । कुवेरक्षी । तोयपुष्पी । वसंतदूती । स्थाली । स्थिरगंधा । अबुवासी । कोकिला ।

२. पाटल का फुल (को॰) ।

३. गुलाबी रंग । सफेदी लिए लाल रंग (को॰) ।

४. एक प्रकार का धान (को॰) ।

५. केशर (को॰) ।

६. गुलाब का फूल ।

७. लाल लोध्र (को॰) ।

पाटल ^२ वि॰ [सं॰] ललाई लिए श्वेत वर्ण का । गुलाबी वर्ण का [को॰] ।