पाँझ वि॰ [देश॰] दे॰ 'पाँजी' । उ॰— नदियों को पाँझ और मार्ग को सूखा करनेवाली शरद ने उसको मन के उत्साह से पहले ही यात्रा निमित्त प्रेरणा की । लक्ष्मणसिंह (शब्द॰) ।