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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

पवनचक्की संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पवन + हिं॰ चक्की] हवा के जोर से चलनेवाली चक्की या कल । वहा चक्की या कल जो हवा के जोर से चलती है । विशेष— प्रायः चक्की पीसने अथवा कुएँ आदि से पानी निकालने के लिये यह उपाय करते हैं कि चलाई जानेवाली कल का संयोग किसी ऐसी चक्कार के साथ कर देते हैं जो बहुत ऊँचाई पर रहता है और हवा के झोंकों से बराबर घुमता रहता है । उस चक्कार के घूमने के कारण नीचे की कल भी अपना काम करने लगती है ।