परिशीलन संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ परिशीलित] १. विषय को खूब सोचते हुए पढ़ना । सब बातों या अंगों को सोच समझकर पढ़ना । मननपूर्वक अध्ययन । २. स्पर्श । लग जाना या छू जाना ।