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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

परितोष संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. संतोष । तृप्ति । उ॰—ब्रजप्रसाद को पूरन पोष । रसबस लह्यो प्रान परितोष ।—घनानंद,पृ॰ ३०९ ।

२. प्रसन्नता । खुशी । वह प्रसन्नता जो किसी विशेष अभिलाषा या इच्छा के होने से उत्पन्न हो ।