परिखा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. वह गहरा गड्ढा जो किसी नगर या दुर्ग के चारों ओर इसलिये खोदा जाता था कि शत्रु उसमें सहज में न घुस सकें । किसी नगर या दुर्ग को घेरनेवाली खाईं । खंदक । खाईं । ३. तल या मूल (लाक्ष॰) ।