पयान संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रयाण] गमन । जाना । यात्रा । रवानगी । उ॰—अधर लगे हैं आनि करिकै पयान प्रान चाहत चलन ये संदेसों लै सुजान कौ ।—घनानंद॰, पृ॰ १९ । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।