प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पढ़नी संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार का धान ।

पढ़नी उड़ी संज्ञा स्त्री॰ [पढ़नी (?) + उड़ी (= उड़ान)] कसरत में एक प्रकार का अभ्यास जिसमें आदमी, टीला या अन्य कोई ऊँची चीज उछलकर लाँगी जाती है । विशेष—इस अभ्यास के दो भेद हैं—एक में सामने की और और दूसरे में पीछै की और उछलते हैं । उछलनेवालों के अभ्यास के अनुसार टीला एक, दो या तीन हाथ तक ऊँचा होता है ।