पखेरू संज्ञा पुं॰ [सं॰ पक्षालु, प्रा॰ पक्खाडु] पक्षी । चिड़िया । उ॰—मधुबन तुम कत रहत हरे । विरह वियोग श्याम सुंदर के ठाढ़े क्यों न जरे ?......ससा स्यार औ बन के पखेरू धिक धिक सबन करे ।—सूर (शब्द) ।