प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पंचवटी संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चवटी] रामायण के अनुसार दंड़कारण्य के अनंर्गत एक स्थान जहाँ रामचंद्र जी वनवास में रहे थे । यह स्थान गोदावरी के किनारे पर नासिक के पास हैं । सीता हरण यहीं हुआ था ।

२. पाँच वृक्षों का वह समूह जो ये हैं—अश्वत्थ, विल्व, वट, धात्री ओर अशोक । विशेष—हेमाद्रि व्रतखंड़ में इनके लगाने की विधी का वर्णन है ओर कहा गया है कि ऐसे स्थान पर तपस्या ओर मंन्त्रसिद्धि होती है ।