पंचमांगी संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चमङ्गिन्] दूसरे (शत्रु) देशों से गुप्त संबंध स्थापित कर अपने देश को हानि पहुंचानेवाला व्यक्ति । देशद्रोही । भेदिया । उ॰—सरकार की दृष्टि में समर्थक बनने के लिये एक ओर तो वे पंचमागियों का कार्य करते रहे ।—नेपाल॰, पृ॰ १२१ ।