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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

पंचकी पु वि॰ [पञ्चक]

१. पंचेद्रियों से संबंध रखनेवाली ।

२. दुनिया की । लोगों की । उ॰— /?/ट की मानि अनीति सब मन की मेटि उपाधि । दादू परहर पंचकी राम कहैं ते साध ।—दादू॰, पुं॰ ४१० ।