पंखापोस पु [हिं॰ पंखा + फा़॰ पोश] दे॰ 'पंखापोश' । उ॰—पिहित पराई बात इंगित सो बोध करे पी को देखि श्रमित उतारयो पंखापोस है ।—दूलह (शब्द॰) ।