पंकजराग संज्ञा पुं॰ [सं॰ पङ्कजराग] पद्मराग मणि । उ॰— परिजन सहित राय रानिन कियो मज्जन प्रेम प्रयाग । तुलसी फल चार को ताके मनि मरकत पंकज राग ।—तुलसी (शब्द॰) ।